लकी अली


लकी अली
जादुई आवाज और नशीली आंखों वाले मशहूर सिंगर लकी अली बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं। वह न सिर्फ एक सिंगर हैं बल्कि राइटर, कंपोजर और एक्टर भी हैं। उनका करियर भले ही पिता महमूद जितना बड़ा ना रहा हो, मगर उन्होंने छोटे से करियर में लोगों का दिल जीत लिया।उनके गाए हुए कई गाने सुपरहिट रहे और आज भी लोगों की जुबां पर हैं। उन्होंने अपनी एलबम 'सुनो' से भारतीय संगीत इंडस्ट्री में धमाकेदार एंट्री की थी। उनके जन्‍मदिन पर हम लाए हैं उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्‍प बातें..

लकी अली का असली नाम मकसूद महमूद अली है। उनका जन्म 19 सितंबर 1958 को हुआ था। उनके पिता सुपरस्टार कॉमेडियन और फिल्ममेकर महमूद हैं। उनके 8 बच्चों में से लकी दूसरे नम्बर के बच्चे हैं।

उन्हें बचपन में इन्हें पढ़ने के लिए ढाई साल की उम्र में ही बोर्डिंग स्कूल में डाल दिया। उस समय लकी अली अपने परिवार के अधिकतर लोगों को नहीं जानते थे। वे जब घर आए तो उन्होंने अपने पापा को भी नहीं पहचाना। वे लगभग 11 सालों तक बोर्डिंग स्कूल में रहे।

 वो अपने स्कूल के समय स्कूल बॉक्सिंग टीम का हिस्सा थे। लकी अली ने बिशप्स कॉटन ब्वॉयज स्कूल, बंगलौर, मसूरी के सेंट जार्ज कॉलेज और जीसस एंड मैरी कान्‍वेंट से पढ़ाई की है।

संगीत की ओर रूझान तो लकी अली का बचपन से ही था। उन्होंने कुछ गाने बनाए भी थे। वे एल्बम बनाने के लिए कई रिकार्डिंग कंपनियों के पास भी गए। लेकिन कंपनियों को उनके गाने पसंद नहीं आए तो उन्होंने एलबम बनाने से इंकार कर दिया। आखिर में एक कंपनी ने उन्हें कहा कि अगर आप खुद वीडियो बनाएंगे तो हम एलबम रिलीज कर सकते है। इस तरह लकी अली का पहला एलबम ‘सुनो’ रिलीज हुआ।

 इस एलबम के बाद लकी अली ने कई गाने रिकार्ड किए और कई एलबम बनाए। उनका पहला गाना 'नशा' था जो उन्होंने फिल्म 'दुश्मन दुनिया का' के लिए गाया था। लकी अली ने फिल्मों में अभिनय भी किया हैं। उनकी फिल्म ‘सुर’ उनकी बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है। फिल्म ‘कहो न प्यार है’ का ‘इक पल का जीना’ भी उनके बेहतरीन हिंदी गानों में से एक है। कुछ समय पहले आई फिल्म तमाशा में लकी अली का गाना 'सफरनामा' लोगों की जुबां पर चढ़ गया था।

लकी अली के जीवन में एक ऐसा भी समय था जब उन्हें ड्रग्स की बुरी आदत लग गई थी। वो 8 साल तक नशे की लत से जूझते रहे।

लकी अली पांच बच्चों के पिता हैं। वह तीन शादी कर चुके हैं। उनकी पहली पत्‍नी मेगन न्‍यूजीलैंड की हैं और दूसरी इनाया मुंबई की हैं। उन्होंने तीसरी शादी 2010 में इंग्लैंड की मॉडल कैट एलिजाबेथ हलाम से की है।

वह आजकल लाइमलाइट से दूर हैं। एक बार उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था बॉलीवुड में सीनियर्स की इज्जत नहीं होती। वे खुद में बिजी रहना ज्यादा पसंद करते हैं।

लकी अली ने जैसे ज़िंदगी में सब करने की ठान ली थी, गायक और अभिनेता बनने के साथ साथ उन्होंने घोड़े भी पाले, एक तेल के कुएं पर काम भी किया और कार्पेट भी बेचे। लकी अली को प्रकृति से बहुत लगाव है। इसलिए वह ग्लैमर की दुनिया से दूर रहकर आजकल खेती करते हैं।

लकी अली लड़कियों की पढ़ाई के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं। उनका मानना है कि एक लड़की के पढ़ने से पूरा परिवार शिक्षित हो सकता है, जबकि अगर एक लड़के को पढ़ाते हैं तो सिर्फ एक को शिक्षित करते हैं। उन्होंने बंगलौर में लड़कियों के लिए एक स्कूल भी खोला है।

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